नमस्कार !
बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
आजचे बाजारभाव पाहण्यासाठी https://www.baliraja.com/node/3024 या लिंकवर क्लिक करा.
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
प्रकाशन दिनांक | लेखनविभाग | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | वाचने | अंतिम अद्यतन |
---|---|---|---|---|---|---|
04/09/19 | पद्यकविता | मित्र समृद्धी महामार्गा सारखा | Kiran dongardive | 1 | 804 | 5 वर्षे १ आठवडा |
04/09/19 | छंदोबद्ध कविता | माय पीठ होऊन गळते | Kiran dongardive | 1 | 779 | 5 वर्षे १ आठवडा |
05/09/19 | शोधनिबंध | ना धों महानोर ह्यांच्या कवितेतील रानावनात विरलेली स्त्री | Kiran dongardive | 1 | 4,151 | 5 वर्षे १ आठवडा |
05/09/19 | गद्य पुस्तक समीक्षण | नक्षली, ग्रामीण आणि जीवन स्पर्शी आयपीएस एक समृद्ध कादंबरी।।, | Kiran dongardive | 1 | 923 | 5 वर्षे १ आठवडा |
05/09/19 | कवितेचे रसग्रहण | तुमचं काय गेलं:- मंगेश पाडगावकर व्यंगातून जीवन भाष्य | Kiran dongardive | 1 | 1,389 | 5 वर्षे १ आठवडा |
07/09/19 | पद्यकविता | डोळे आभाळाकडे | Radhika | 2 | 1,146 | 5 वर्षे १ आठवडा |
06/09/19 | छंदोबद्ध कविता | यावा पाऊस पाऊस | Khillare bramhadev | 1 | 826 | 5 वर्षे १ आठवडा |
06/09/19 | छंदोबद्ध कविता | गर्द हिरव्या रानात | Khillare bramhadev | 1 | 970 | 5 वर्षे १ आठवडा |
08/09/19 | गझल | गझल: कर्जातल्या जिवांच्या नशिबास कोण तारी! | Dhirajkumar Taksande | 7 | 2,247 | 5 वर्षे १ आठवडा |
09/09/19 | गझल | गझल : मरण्याशिवाय आहे? पर्याय का तरी..... | Dhirajkumar Taksande | 5 | 1,796 | 5 वर्षे १ आठवडा |
10/09/19 | पद्यकविता | उजडेल सुंदर पहाटही | Khillare bramhadev | 1 | 851 | 4 वर्षे 11 months |
12/09/19 | पद्यकविता | झाली आज माती | मुक्तविहारी | 2 | 888 | 4 वर्षे 11 months |
14/09/19 | गझल | कर्जा तुझ्या भयाने | Rajesh Jaunjal | 1 | 769 | 4 वर्षे 11 months |
14/09/19 | छंदमुक्त कविता | छंदमुक्त कविता- सरवा | Pradip Deshmukh | 2 | 994 | 4 वर्षे 11 months |
13/09/19 | गझल | सत्ते तुझ्या प्रितिचे.... | Rajesh Jaunjal | 3 | 1,134 | 4 वर्षे 11 months |
15/09/19 | छंदोबद्ध कविता | दुःख वावराचे | श्री. अनिकेत देशमुख | 1 | 991 | 4 वर्षे 11 months |
16/09/19 | गीतरचना | अवंदाच्या सालामध्ये... | Chitra Kahate | 1 | 759 | 4 वर्षे 11 months |
18/09/19 | काव्यसंग्रह समीक्षण | काव्यसंग्रह समिक्षा- वावरातल्या रेघोट्या | Pradip Deshmukh | 1 | 1,339 | 4 वर्षे 11 months |
18/09/19 | शोधनिबंध | शेतीसाठी अविभक्त कुटुंबपद्धति गरजेची | Abhijeet Boraste | 1 | 1,014 | 4 वर्षे 11 months |
22/09/19 | कथा | पोटची भाकर | आशिष आ. वरघणे | 1 | 1,008 | 4 वर्षे 11 months |
22/09/19 | पद्यकविता | तुमी गेल्यावर | आशिष आ. वरघणे | 1 | 703 | 4 वर्षे 11 months |
22/09/19 | पद्यकविता | तुमी गेल्यावर | आशिष आ. वरघणे | 1 | 1,183 | 4 वर्षे 11 months |
23/09/19 | कथा | धग | सचिन शिंदे | 1 | 818 | 4 वर्षे 11 months |
23/09/19 | छंदमुक्त कविता | बांधावरल्या अस्वस्थ नोंदी ... | सचिन शिंदे | 1 | 708 | 4 वर्षे 11 months |
23/09/19 | पद्यकविता | ओटी रिकामी भरते ... पद्य कविता | सचिन शिंदे | 1 | 839 | 4 वर्षे 11 months |