नमस्कार !
बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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15/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | बळीराजा | V59Angaaitkar | 230 | 2 | 20/11/23 |
15/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | पोशिंदा | bharti.lakhamapure | 240 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | बळी बळीराजाचा | Dilipbhoyar | 516 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | बैल | Raosaheb Jadhav | 180 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | नदी आणि झाड | Rohini Mukund Pande | 236 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | एल्गार.... | cdkadam | 188 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | रास | वर्षा मनोज भांदर्गे | 141 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | शेतक-यांचा राजा बळीराजा | Rajiya Ismail J... | 135 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | गोठा | Rohini Mukund Pande | 134 | 2 | 20/11/23 |
14/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | बरगड्याची बराकी | yashawantpulate | 137 | 2 | 20/11/23 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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10-10-2019 | ६ वे अ.भा.म.शे.सा. संमेलन, अलिबाग : कार्यक्रमपत्रिका | 828 |
21-02-2016 | २ रे अ.भा.म.शे.सा.संमेलन, नागपूर : कार्यक्रमपत्रिका | 1,106 |
25-10-2020 | युगात्मा ग्लोबल शेतकरी ग्रंथालय | 1,521 |
03-09-2020 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०२० : वर्ष ७ वे | 3,071 |
28-06-2020 | श्रावणरानी हिरवीगाणी | 986 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
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31-12-2022 | धाक | ravindradalvi | 280 |
31-12-2022 | कास्तकार नाही बनाचं | ravindradalvi | 221 |
31-12-2022 | आदर्श गाव संकल्प आणि प्रकल्प | Madhuri Pramod ... | 575 |
31-12-2022 | व्यवस्थेचा बळी | लक्ष्मण लाड | 350 |
31-12-2022 | व्यवस्थेचा बळी | लक्ष्मण लाड | 279 |
शेतकरी गीत, काव्यगीत
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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19-06-2011 | धकव रं श्यामराव | 1,930 |
18-06-2011 | कसे अंकुरावे अता ते बियाणे? | 2,150 |
18-06-2011 | स्मशानात जागा हवी तेवढी | 2,046 |
15-06-2011 | रानमेवा खाऊ चला....! | 2,178 |
31-05-2011 | उषःकाल होता होता | 2,258 |
माझी मराठी गझल
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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16-04-2014 | शेतकर्याला अभय देणारी निराळी गझल - विजय चव्हाण | 2,569 |
13-04-2014 | वरुणदेवाने फालतू त्याची जात दावू नये | 1,546 |
04-04-2014 | काही स्फूट शेर | 2,006 |
22-03-2014 | रंग आणखी मळतो आहे | 1,505 |
08-05-2013 | माझी गझल निराळी - भूमिका | 3,260 |
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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23-06-2011 | अनुभवांची शिदोरी आणि सृजनशीलतेची समृद्धी | 1,901 |
23-06-2011 | एक “अनुभवसिद्ध रानमेवा" | 1,852 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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23-06-2011 | रानमेवा - भूमिका | 48,421 |
23-06-2011 | रानमेवा प्रस्तावना - मा. शरद जोशी | 7,331 |
23-06-2011 | भावात्म काव्यात्मकतेचा 'गोडवा’ | 2,244 |
23-06-2011 | 'सकाळ' 'सप्तरंग पुरवणीत' 'रानमेवा' ची दखल | 3,965 |
23-06-2011 | इतके उत्तम भाष्य फ़क्त श्रेष्ठ कवीच करू शकतो | 2,092 |
नवीन प्रतिसाद