![]() ![]() बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद |
अंतिम अद्यतन![]() |
---|---|---|---|---|---|---|
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | धाक | ravindradalvi | 316 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | कास्तकार नाही बनाचं | ravindradalvi | 264 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | आदर्श गाव संकल्प आणि प्रकल्प | Madhuri Pramod ... | 728 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | व्यवस्थेचा बळी | लक्ष्मण लाड | 395 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | व्यवस्थेचा बळी | लक्ष्मण लाड | 330 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | व्यवस्थेचा बळी | लक्ष्मण लाड | 287 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | बळीराजा | Ajit1980 | 267 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | शिकार... (गझल) | cdkadam | 360 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | राजकारणाचा बळी शेतकरी | लक्ष्मण लाड | 263 | 31/12/22 | |
31/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | वऱ्हाडी बोलीचा वारसा जपणारा अस्सल वऱ्हाडी काव्य संग्रह - धोंडी धोंडी पाणी दे | Vishalmohod | 796 | 31/12/22 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
12-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : गझल मुशायरा | 2,813 |
13-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : समारोप | 2,063 |
10-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : कवी संमेलन | 3,800 |
10-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : उदघाटन सत्र | 5,619 |
08-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : वृत्तपत्र वृत्तांत | 4,019 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
---|---|---|---|
06-11-2014 | आला आला चड्डीवाला : लावणी ।।१२।। | गंगाधर मुटे | 4,423 |
16-03-2022 | 8 वे अखिल भारतीय मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन शेतकरी - स्त्री कवी संमेलनाचा वृत्तांत | श्री. अनिकेत देशमुख | 790 |
03-02-2022 | ८ वे अ.भा.म.शे.सा.संमेलन : कार्यक्रमपत्रिका | गंगाधर मुटे | 2,257 |
29-12-2021 | ८ वे अ.भा.म.शे.सा. संमेलन रावेरीत : नियोजन | गंगाधर मुटे | 4,220 |
06-01-2022 | विश्वस्तरीय Online लेखनस्पर्धा-२०२१ : निकाल | गंगाधर मुटे | 2,038 |
माझी मराठी गझल
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
15-07-2011 | ’पाकनिष्ठ’ कांदा, लुडबूडतो कशाला? | 1,614 |
15-07-2011 | भारी पडली जात | 1,796 |
15-07-2011 | सोकावलेल्या अंधाराला इशारा | 1,566 |
12-07-2011 | हिमालयाची निधडी छाती | 1,709 |
12-07-2011 | कुटिलतेचा जन्म…….!! | 2,048 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
17-06-2011 | कान पिळलेच नाही | 1,691 |
17-06-2011 | अय्याशखोर | 1,653 |
17-06-2011 | सत्ते तुझ्या चवीने | 2,300 |
17-06-2011 | स्वप्नसुंदरी | 2,277 |
17-06-2011 | गोचिडांची मौजमस्ती | 1,668 |
नवीन प्रतिसाद