
नमस्कार ! ![]() बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
आजचे बाजारभाव पाहण्यासाठी https://www.baliraja.com/node/3024 या लिंकवर क्लिक करा.
| प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद |
अंतिम अद्यतन |
|---|---|---|---|---|---|---|
| 10/11/2013 | माझी मराठी गझल | “माझी गझल निराळी” गझलसंग्रहाचा प्रकाशन समारंभ | गंगाधर मुटे | 32,946 | 21 | 10/07/21 |
| 03/07/2021 | अध्यक्षांचा स्तंभ | काय द्याचं बोला | Anil Ghanwat | 1,871 | 03/07/21 | |
| 22/05/2021 | शेतकरी संघटना | शेतकरी संघटनेने सारथी गमावला : विनम्र अभिवादन! | गंगाधर मुटे | 1,622 | 22/05/21 | |
| 20/05/2021 | अध्यक्षांचा स्तंभ | महाग खतांबद्दलची खदखद | Anil Ghanwat | 2,080 | 20/05/21 | |
| 06/12/2019 | माझे गद्य लेखन | उलट्या काळजांची उलटी गंगा | गंगाधर मुटे | 3,814 | 1 | 15/05/21 |
| 10/05/2021 | माझे गद्य लेखन | १४३० रुपयात मी कोरोना पळवला | गंगाधर मुटे | 3,013 | 10/05/21 | |
| 15/04/2021 | माझे गद्य लेखन | बाहुलीच्या खेळासारखा लॉकडाऊन नकोच ||कोरोना माहात्म्य - १५|| | गंगाधर मुटे | 2,682 | 08/05/21 | |
| 23/04/2021 | माझे गद्य लेखन | आज मी पण कोरोना पॉझिटिव्ह आलोच. || कोरोना माहात्म्य-16 || | गंगाधर मुटे | 2,868 | 08/05/21 | |
| 07/05/2021 | अध्यक्षांचा स्तंभ | माई - एक अस्वस्थ झंझावात | Anil Ghanwat | 1,683 | 07/05/21 | |
| 07/05/2021 | शेतकरी संघटना | पहिली भेट हीच शेवटची भेट-भावपूर्ण अभिवादन | गंगाधर मुटे | 1,734 | 07/05/21 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२४
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
|---|---|---|---|
| 22-09-2024 | सातबारा..... गझल | Ajit1980 | 863 |
| 22-09-2024 | आतातरी होय जागा | भालचंद्र डंभे | 874 |
| 22-09-2024 | उनाड वारा | Dr. Rajendra Gawali | 1,152 |
| 22-09-2024 | चीर कातडी अन्यायाची | Dr. Rajendra Gawali | 688 |
| 22-09-2024 | माणसाचा देव व्हावा | Dr. Rajendra Gawali | 1,154 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 11-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : परिसंवाद | 5,340 |
| 22-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : Vdo : TV बातम्या | 4,041 |
| 01-07-2017 | ४ थे मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन मुंबई : नियोजन | 29,909 |
| 05-02-2018 | ४ थे अ.भा. मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन : सिंहावलोकन | 12,919 |
| 12-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : गझल मुशायरा | 5,307 |
नवीन प्रतिसाद