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प्रकाशन दिनांक | लेखनस्पर्धा वर्ष | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | वाचने |
अंतिम अद्यतन![]() |
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14/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | कर्जा तुझ्या भयाने | Rajesh Jaunjal | 1 | 1,724 | 5 वर्षे 9 months |
12/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | झाली आज माती | मुक्तविहारी | 2 | 1,850 | 5 वर्षे 9 months |
10/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | उजडेल सुंदर पहाटही | Khillare bramhadev | 1 | 1,815 | 5 वर्षे 9 months |
09/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | गझल : मरण्याशिवाय आहे? पर्याय का तरी..... | Dhirajkumar Taksande | 5 | 2,905 | 5 वर्षे 9 months |
08/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | गझल: कर्जातल्या जिवांच्या नशिबास कोण तारी! | Dhirajkumar Taksande | 7 | 3,508 | 5 वर्षे 9 months |
06/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | गर्द हिरव्या रानात | Khillare bramhadev | 1 | 1,792 | 5 वर्षे 9 months |
06/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | यावा पाऊस पाऊस | Khillare bramhadev | 1 | 2,214 | 5 वर्षे 9 months |
07/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | डोळे आभाळाकडे | Radhika | 2 | 2,197 | 5 वर्षे 9 months |
05/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | तुमचं काय गेलं:- मंगेश पाडगावकर व्यंगातून जीवन भाष्य | Kiran dongardive | 1 | 2,657 | 5 वर्षे 9 months |
05/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | नक्षली, ग्रामीण आणि जीवन स्पर्शी आयपीएस एक समृद्ध कादंबरी।।, | Kiran dongardive | 1 | 1,762 | 5 वर्षे 9 months |
05/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | ना धों महानोर ह्यांच्या कवितेतील रानावनात विरलेली स्त्री | Kiran dongardive | 1 | 6,316 | 5 वर्षे 9 months |
04/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | माय पीठ होऊन गळते | Kiran dongardive | 1 | 1,596 | 5 वर्षे 9 months |
04/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | मित्र समृद्धी महामार्गा सारखा | Kiran dongardive | 1 | 2,046 | 5 वर्षे 9 months |
19/01/19 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | उठ शेतकऱ्या, घे मशाल | Komal Bhujbal | 7 | 5,267 | 6 वर्षे 4 months |
19/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | मेला कृषक उपाशी | Dr. Ravipal Bha... | 6 | 6,034 | 6 वर्षे 5 months |
26/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | आणि तिनं खुरप्याच्या पाठीला धार लावली... | Raosaheb Jadhav | 2 | 3,723 | 6 वर्षे 5 months |
09/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | *अस्वस्थ काळ अधोरेखित करणारा - माणसाच्या सोयीचा देव* | Kiran dongardive | 1 | 2,360 | 6 वर्षे 5 months |
09/10/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | शेतमालाच्या भावाची लढाई | तेजराव मुंढे | 1 | 2,380 | 6 वर्षे 5 months |
19/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | धोरण | RANGNATH TALWATKAR | 3 | 4,188 | 6 वर्षे 5 months |
24/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | हालहाल पोचलेत कुंचल्यातही तुझे | Dhirajkumar Taksande | 5 | 4,966 | 6 वर्षे 5 months |
12/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | गर्भार कास्तकारी | Ramesh Burbure | 11 | 8,564 | 6 वर्षे 5 months |
21/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | कवडीमोल दाम | मुक्तविहारी | 6 | 5,793 | 6 वर्षे 6 months |
23/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | दारिद्र्य | मुक्तविहारी | 2 | 2,645 | 6 वर्षे 6 months |
27/09/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | लढू गड्यांनो | लक्ष्मण खेडकर | 5 | 5,020 | 6 वर्षे 6 months |
08/10/18 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | रोज नवेच मरण | Sidheshwar Ingole | 4 | 4,964 | 6 वर्षे 6 months |