नमस्कार !
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प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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12/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | इंसाफ करूयात ! | Dr. Ravipal Bha... | 3,391 | 8 | 30/09/17 |
15/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | नाही! मी नाही आत्महत्या करणार!! | Dr. Ravipal Bha... | 2,308 | 5 | 30/09/17 |
27/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या ह्या समस्येवर कर्जमाफीचे कोंदण | Ravindra Kamthe | 1,734 | 2 | 30/09/17 |
27/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | शेतकरी आत्महत्या | rameshwar | 2,009 | 1 | 28/09/17 |
27/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | हिरवंं सपान | Chitra Kahate | 1,396 | 1 | 28/09/17 |
26/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | पोशिंदा | ravindradalvi | 2,153 | 4 | 28/09/17 |
27/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | धरोनीया आस | shrikant dhote | 1,490 | 1 | 28/09/17 |
17/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | मोती असे गळाले.. | Dhirajkumar Taksande | 4,213 | 8 | 28/09/17 |
18/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | जीवनोत्सव! | Dr. Ravipal Bha... | 5,607 | 12 | 28/09/17 |
11/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | नांगरणी | Dhirajkumar Taksande | 2,448 | 3 | 28/09/17 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
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11-09-2017 | जगवा किसान आता | Dhirajkumar Taksande | 1,939 |
12-09-2017 | वारसा | Dhirajkumar Taksande | 1,461 |
12-09-2017 | घाल घाव! | Dhirajkumar Taksande | 1,717 |
11-09-2017 | कर्जमृत्यु | Dhirajkumar Taksande | 2,000 |
24-09-2017 | तुझ्यापायीच झाली ही दैना | Dhirajkumar Taksande | 2,173 |
नवीन प्रतिसाद