![]() ![]() बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
none
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
---|---|---|---|---|---|---|
13/09/2011 | काव्यधारा | सहकारापासून सावधान | प्रशान्त कराळे | 3,145 | 3 | 19/09/11 |
23/06/2011 | रानमेवा | भावात्म काव्यात्मकतेचा 'गोडवा’ | प्रा. मधुकर पाटील | 2,136 | 23/06/11 | |
20/06/2014 | शेतकरी संघटना | जय विदर्भ? | प्रा. सुरेशचंद्... | 2,413 | 1 | 20/06/14 |
18/09/2016 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | नकोश्या गोष्टी | प्रा.प्रतिभा सराफ | 1,086 | 1 | 20/09/16 |
10/10/2018 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | सरकारी धोरण, रचे बापाचे सरण | बालाजी कांबळे | 3,267 | 3 | 25/12/18 |
30/09/2019 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | घेऊ नको फाशी .......! | बालाजी कांबळे | 1,238 | 2 | 03/01/20 |
19/09/2020 | लेखनस्पर्धा-२०२० | धर्मापेक्षा माणसं प्यारी. | बालाजी कांबळे | 485 | 1 | 10/10/20 |
19/09/2020 | लेखनस्पर्धा-२०२० | आणले पाहिजे पुन्हा बळीचे राज. | बालाजी कांबळे | 503 | 1 | 10/10/20 |
08/09/2016 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | हा कास्तकार माझा ... | बाळ पाटील | 2,077 | 2 | 30/09/16 |
21/11/2014 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | शेतकरी संघटना एक विद्यापीठ | बाळासाहेब जवंजाळ | 1,755 | 1 | 17/02/15 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने |
---|---|---|---|
31-12-2022 | व्यवस्थेचा बळी | लक्ष्मण लाड | 154 |
30-09-2019 | कास्तकारीचा राजीनामा | लक्ष्मण लाड | 1,038 |
15-10-2021 | पावसाचा एक दुःखद अनुभव | लक्ष्मण लाड | 731 |
12-10-2021 | किमयागार पाऊस | लक्ष्मण लाड | 746 |
14-11-2014 | होई आता थेंब | विजय शेंडगे | 1,460 |
नवीन प्रतिसाद