नमस्कार !
बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
प्रकाशन दिनांक | लेखनविभाग | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | वाचने | अंतिम अद्यतन |
---|---|---|---|---|---|---|
24/09/18 | गीतरचना | शेतकऱ्याच्या मुला | आशिष आ. वरघणे | 617 | 5 वर्षे 6 months | |
30/09/18 | गझल | गझल | Dhirajkumar Taksande | 798 | 5 वर्षे 6 months | |
20/09/18 | गीतरचना | ऊठ ऊठ शेतकरी बाळा | गंगाधर मुटे | 898 | 5 वर्षे 6 months | |
06/10/18 | गझल | गझल | Dr. Ravipal Bha... | 1,216 | 5 वर्षे 5 months | |
30/09/18 | छंदमुक्त कविता | गांधीबाबा | Kiran dongardive | 1 | 1,064 | 5 वर्षे 3 months |
02/10/18 | छंदमुक्त कविता | धोरण.. | ravindradalvi | 1 | 1,340 | 5 वर्षे 3 months |
09/09/18 | पद्यकविता | सासर झालं माहेर | Kiran dongardive | 1 | 1,231 | 5 वर्षे 3 months |
06/10/18 | गझल | गझल: सर्वहारा | Dhirajkumar Taksande | 1 | 1,271 | 5 वर्षे 3 months |
09/09/18 | गझल | खेळत नाहीत मुले | Kiran dongardive | 1 | 1,086 | 5 वर्षे 6 months |
11/10/18 | वैचारिक लेख | आम्ही वृक्षासाठी,वृक्ष सर्वांसाठी | आदिनाथ ताकटे | 1 | 2,285 | 5 वर्षे 3 months |
15/09/18 | पद्यकविता | गोट तुमी वो ऐका | K N Salunke | 1 | 1,798 | 5 वर्षे 3 months |
26/09/18 | पद्यकविता | बैल म्हणाले | आशिष आ. वरघणे | 1 | 967 | 5 वर्षे 3 months |
16/09/18 | गझल | गझल | Dhirajkumar Taksande | 1 | 874 | 5 वर्षे 6 months |
27/09/18 | छंदमुक्त कविता | करपलयं शिवार | लक्ष्मण खेडकर | 1 | 1,196 | 5 वर्षे 3 months |
09/10/18 | चळवळीतील अनुभव | शेतमालाच्या भावाची लढाई | तेजराव मुंढे | 1 | 1,599 | 5 वर्षे 2 months |
27/09/18 | पद्यकविता | घाला दोन रेघा... | Raosaheb Jadhav | 1 | 958 | 5 वर्षे 3 months |
02/10/18 | गझल | नि:शब्द | Rajesh Jaunjal | 1 | 1,630 | 5 वर्षे 5 months |
02/10/18 | ललितलेख | चिमण्या परत आल्या ; अन् गेल्याही | Bhaskar Bhujang... | 1 | 1,612 | 5 वर्षे 3 months |
09/09/18 | छंदमुक्त कविता | भारत महासत्ता कधी होईल यार | Kiran dongardive | 1 | 2,843 | 5 वर्षे 3 months |
09/09/18 | अनुभवकथन | ATM समोरील भिकारी | Kiran dongardive | 1 | 1,727 | 5 वर्षे 6 months |
24/09/18 | कथा | उठाव | आशिष आ. वरघणे | 1 | 1,410 | 5 वर्षे 3 months |
11/10/18 | वैचारिक लेख | दिशा विचारांची –जीव सृष्टीच्या अस्तित्वासाठी | आदिनाथ ताकटे | 1 | 1,588 | 5 वर्षे 3 months |
15/09/18 | पद्यकविता | मरणाचे धोरण | sunandasalunke | 1 | 1,394 | 5 वर्षे 3 months |
14/10/18 | गझल | गझल | Dr. Ravipal Bha... | 1 | 2,252 | 5 वर्षे 3 months |
01/10/18 | अनुभवकथन | पिकलेला काटा अन् करपलेली पिके | Bhaskar Bhujang... | 1 | 1,576 | 5 वर्षे 3 months |